Vik has published this poem on his blog! But i fell in love with this poem and wanted it to be a part of me too!
This is for the following people to read,understand,learn and act!
1. Who crib in almost all the situations
2. Who keep on waiting for something good to happen to them and forget how to make the most of now!
3. Who think that despite all good happening to them...that they don't have it all!
4. For people who are feeling low...just like that!
5. For People who think that best days of their lives have gone past!
6. People who regret their own decisions in life
जीवन मैं एक सितारा था
माना वेह बेहद प्यारा था
वेह डूब गया टू डूब गया
अम्बर के आनन को देखो
कितने इसके तारे टूटे
कितने इसके प्यारे छूटे
जो छूट गए फिर कहाँ मिले
पर बोलो टूटे तारों पर
कब अम्बर शोक मनाता है
जो बीत गई सो बात गई
जीवन मैं था वह एक कुसुम
थे उसपर नित्य निछावर तुम
वह सूख गया टू सूख गया
मधुवन की छाती को देखो
सूखी कितनी इसकी कलियाँ
मुरझाई कितनी बल्ल्रियाँ
जो मुरझाई फिर वह कहाँ खिली
पर बोलों सूखे फूलों पर
कब मधुबन शोर मचाता है
जो बीत गई सो बात गई
जीवन मैं मधु का प्याला था
तुमने तन मन से डाला था
वह टूट गया तोह टूट गया
मधिरालय के आँगन को देखो
कितने प्याले हिल जाते हैं
गिर मिटटी मैं मिल जाते है
जो गिरते है कब उठते है
पर बोलो टूटे प्यालों पर
कब मधिराल्याँ पछताता है
जो बीत गई सो बात गई
मृदु मिटटी के है बने हुए
मधु घुट फूटा ही करते है
लघु जीवन ले कर आए है
प्याले टूटा ही करते है
फ़िर भी मदिरालय के अन्दर
मधु के घट है मधु प्याले है
जो मादकता के मारे है
वेह मधु लूटा ही करते है
वेह कचा पीने वाला है
जिसकी ममता घट प्यालों पर
जो सच्चे मधु से जला हुआ
कब रोता है चिल्लाता है
जो बीत गई सो बात गई
- Source - Madhushaalaa by Harivansh Rai Bachchan.
4 comments:
lovely. really. :0)
but the next time u delete posts, i'm gonna stop talking to u!
kyon delete kii....????? aur yeh word verification hatao na PLLLZZ..!!! i can't read it... how will i replicate the crap! :'(
posting it again babes! pls dnt stop talkin to me...word verification aaj haat jayega mam!
good to know u get taken in by the empty threats! :D
u think i can stop talking to u?! i can't even be mad at u... :D
and thanks a TON for removing that stupid word verification... :0) *that's my cute puppy face...*
I love this poem too! I remember it 80% even now! And I had read it & memorised it around approx 15 years ago! :D
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